स्मरण शक्ति कैसे बढ़ाएं | How to Improve Memory Power in Hindi

स्मरण शक्ति कैसे बढायें ? आज के समय में यह एक आम समस्या बन चूका है । कभी – कभी तो हमें अपने पढ़ोसी या परिजन से ही सुनने को मिल जाता है कि “ ओह ! मुझे कुछ भी याद नहीं रहता, मेरी स्मरण शक्ति ( memory power)  कमजोर हो गई है । क्या करना चाहियें ?”

अधिकांश छात्र जो मानसिक रूप से कमजोर होते है, रोज अध्यापक से डांट खाते है । वह बहुत कोशिश करते है किन्तु सही तरीके के अभाव में याद नहीं कर पाते और दुखी होते है । कई बार ऐसा भी होता है कि हमें दैनिक जीवन की आवश्यक बातें भी याद नहीं रहती और जब याद करने की बारी आती है तो सिर पकडकर बैठ जाते है ।

यदि आप भी अपने जीवन में इस प्रकार की याद्दाश्त की कमजोरी से परेशान है तो अब निश्चिन्त हो जाइये । क्योंकि आज हम आपको बताने जा रहे है – स्मरण शक्ति को बढ़ाने के अचूक उपाय । यदि इन उपायों में से एक दो का भी आपने दिल से अभ्यास कर लिया तो ९९% आपको लाभ होगा ।

स्मरण शक्ति क्या है ? | What is Memory in Hindi

स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय जानने से पहले हम यह जानेंगे कि स्मरण शक्ति क्या है ?
स्मृति वह शक्ति है जिसके द्वारा हम अपने जीवन के अनुभवों को याद रखकर भावी जीवन के कर्मों का निर्धारण करते है । कल्पना कीजिये यदि आपको अपने भूतकाल का कुछ भी याद ना रहे तो आपकी स्थिति कैसी होगी ? आप एक नवजात शिशु से अधिक और कुछ नहीं होंगे । स्मरण शक्ति के अभाव में आपका हर दिन एक नये सिरे आरंभ होगा, फिर ना आप बोलना सिख पाएंगे ना ही सुनकर कुछ समझ ही पाएंगे । जो कुछ भी हमें आज आता है वह सब इस स्मरण शक्ति का ही परिणाम है ।अर्थात हम कह सकते है कि एक स्मरण शक्ति ही है जिसकी सहायता से मनुष्य जीवन के अनुभवों से शिक्षा ले सकता है ।

जरा सोचिये ! यदि एक अध्यापक अपने विषय का सारा ज्ञान भूल जाये तो उसका क्या महत्त्व रह जायेगा ? यदि एक डॉक्टर अपने चिकित्सा उपचार भूल जाये तो क्या वह मरीज को ठीक कर पायेगा ? यदि एक किसान को खेती का कोई अनुभव नहीं रहे तो क्या वह अच्छी फसल उगा सकेगा ? नहीं ! कभी नहीं !

जीवन में अनुभवों का महत्व तभी है जब आपकी स्मरण शक्ति अच्छी है ।

इसीलिए ईश्वर ने सभी जीवों में स्मरण शक्ति प्रदान की है । बस अंतर केवल इतना है कि किसी में कम तो किसी में ज्यादा है, लेकिन है सबमें । मनुष्यों में पागलों को छोड़कर किसी को भी स्मृति से रहित नहीं कहा जा सकता है ।

स्मरण शक्ति कहाँ रहती है ?

आपने चेतन और अचेतन मन (sub consciousness mind) के बारे में सुना होगा । चेतन मन आपके जागने तक ही जाग्रत रहता है और आपको दैनिक जीवन के निर्णय लेने में मदद करता है । जबकि अचेतन मन आपके सो जाने के बाद भी क्रियाशील रहता है । यह अचेतन मन ही है जिसे पुराणों में चित्रगुप्त कहा गया है । यही आपके दिनभर के क्रियाकलाप का रिकार्ड रखता रखता है और रात को आपके सपनों का ताना – बाना बुनता है ।

अचेतन मन पर अंकित अनुभव ही हमारी स्मृति (memory)  कहलाते है, जो जरूरत पढ़ने पर हमारे स्मृति पटल पर उपस्थित हो जाते है । जो किसी परिस्थिति के प्रति सही निर्णय करने में हमारी मदद करते है । अर्थात स्मरण शक्ति हमारे अचेतन मन में निवास करती है ।

अचेतन मन (sub consciousness mind) विशुद्ध रूप से आत्मा में स्थित ईश्वर का प्रतिनिधि है, जो आपके अच्छे – बुरे कर्मों का लेखा – जोखा (record)  रखता है । यही अच्छे – बुरे कर्म संस्कारों एक रूप में अचेतन मन पर अंकित (record) होते रहते है । यही  आत्मा के साथ जन्म – जन्मान्तर तक चलते रहते है और जन्म, आयु, कर्म और भोग का निर्धारण करते है ।

स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय

अब आप जान चुके है कि स्मरण शक्ति क्या है और कितनी महत्वपूर्ण है, किन्तु अब आप यह जानने को इच्छुक होंगे कि स्मरण शक्ति कैसे बढायें ? स्मरण शक्ति बढ़ाने के क्या – क्या उपाय है ?

स्मरण शक्ति का हमारे शरीर की स्वस्थता से सीधा सम्बन्ध है । कहा भी गया है – “ अच्छे शरीर में अच्छे मन का वास होता है ।” इसलिए आपके लिए सबसे पहला काम है – “ अपने शरीर को स्वस्थ रखना ।” इसके लिए आपको प्रतिदिन आहार – विहार और आचार – विचार का विशेष ध्यान रखना है ।

शारीरिक व्यायाम का स्मरण शक्ति पर प्रभाव

आज का आधुनिक जीवन विज्ञान ने इतना आराम दायक बना दिया है कि वह आराम ही उसका सबसे बड़ा दुश्मन बन चूका है । आज अधिकांश लोग मोटापे से पीड़ित देखे जाते है । इसलिए यदि आप शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना चाहते है तो फिर आपको अपने जीवन में योगासन व व्यायाम को स्थान देना चाहिए ।

इसके लिए ज्यादा कुछ नहीं करना है, आप रोज जब उठते है उससे थोड़ा जल्दी उठ जाइये और नित्य कर्मों से निवृत होकर सुबह की ताजा हवा में थोड़ा टहल लीजिये । यदि आप योगासनों की जानकारी रखते है तो उनका अभ्यास कीजिये । इससे आपकी मांसपेशियां मजबूत और लचीली होगी । सबसे बढ़ा लाभ यह होगा कि आपका मन शांत रहेगा और स्मरण शक्ति आश्चर्यजनक रूप से बढ़ जाएगी ।

स्मरण शक्ति पर आहार का प्रभाव

हम जो कुछ भी खाते है अंततः वह विभिन्न घटकों में बंटकर हमारे शरीर के भिन्न – भिन्न अंगों को पोषण प्रदान करता है । जैसा हमारा अन्न होता है, वैसा ही हमारा मन होगा, उसी के अनुसार स्मरण शक्ति का विकास होता है । जिस घर में हमेशा सात्विक अन्न खाया जाता है, वहाँ के बालको की स्मरण शक्ति बहुत तीव्र होती है । इसलिए हमेशा सात्विक और सुपाच्य आहार ही लेना चाहिए ।
स्मरण शक्ति को तीव्र करने के लिए प्रोटीन और विटामिन से भरपूर आहार लेना चाहिए । इसके लिए हरी सब्जियां और दाल सबसे अच्छा स्त्रोत है । यदि शुद्ध गाय का घी, दूध और दही मिल सके तो उत्तम है ।

प्राणायाम का स्मरण शक्ति पर प्रभाव

“जहाँ चित्त वहाँ प्राण” प्राण का सीधा सम्बन्ध मन से है ।प्राण उर्जा ही है जो स्मरण शक्ति के रूप में उभर कर आती है । प्राणों के आयाम अर्थात प्राणायाम से प्राण उर्जा का उत्पादन होता है । यही प्राण उर्जा जहाँ चित्त जायेगा वही अपना प्रभाव दिखाएगी । इसलिए हमें प्राणायाम नियमित रूप से करना चाहिए ।

स्मरण शक्ति को बढ़ाने के अचूक उपाय | Techniques to improve Memory in Hindi

अपनी स्मरण शक्ति का अधिक से अधिक उपयोग का अभ्यास करें

अच्छी स्मरण शक्ति के लिए केवल आहार, व्यायाम और प्राणायाम ही पर्याप्त नहीं है । बल्कि मानसिक एकाग्रता और संयम अनिवार्य रूप से आवश्यक है । स्मरण शक्ति बढ़ाने का सबसे आसान तरीका यही है कि आप चीजों को याद रखने की कोशिश करे । इसके लिए आप जब कभी भी जहाँ कहीं भी जाये अपने आस पास की वस्तुओं को ध्यान से देखे, शब्दों को ध्यान से सुने और उन्हें याद रखने का प्रयास करे ।
इसके लिए आप बोद्धिक खेल भी खेल सकते है । जिसमें कुछ बाते आपको याद रखकर बतानी होती है । महापुरुषों की श्रृंखला, चित्र देखकर वस्तुएं बताना, बौद्धिक प्रश्नोत्तरी, mind game आदि ।

जिन्हें स्मरण शक्ति ( memory power) बढ़ानी हो उन्हें अपना हर कार्य एकाग्र (concentrate) होकर करना चाहिए

अपने पुराने अनुभवों का मानस दर्शन करना, किसी यात्रा का वृतांत लिखना, अपने जीवन के अनुभवों को लिखना, कोई कविता या काव्य लिखना और दोहराना यह सभी अभ्यास स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी है । जो भी कार्य आप मन लगाकर तन्मयता और भावना के साथ करते है, वह आपकी स्मरण शक्ति को बढ़ाता है ।

ध्यान से स्मरण शक्ति का विकास | Memory improve by Meditation Hindi me

जिन्हें ध्यान (meditation) के लिए समय मिल सके उनके लिए ध्यान ही स्मरण शक्ति बढ़ाने का सबसे शक्तिशाली साधन हो सकता है । क्योंकि उपरोक्त सभी अभ्यास ध्यान में सम्मिलित हो जाते है इसलिए ध्यान सबसे उत्तम साधन है ।

किसी भी कार्य की स्मृति मस्तिष्क पर अच्छे से बने, इसके लिए कार्य का एकाग्रता के साथ होना बहुत आवश्यक है । एकाग्रता जो यदि आपको बढ़ानी है तो ध्यान का अभ्यास करना चाहिए । तन्मय होकर अध्ययन करने से भी एकाग्रता का विकास होता है ।
स्मरण शक्ति के विकास के लिए ध्यान की प्रक्रिया सामान्य से थोड़ी अलग होगी । ध्यान क्या है ? ध्येय एक साथ एकाकार (unification) होना ही ध्यान है । अतः यहाँ आपका ध्येय (target) स्मरण शक्ति है ।

प्रातःकाल सूर्योदय के आसपास उठकर ध्यान का अभ्यास करना अच्छा समय है । जो योग के क्षेत्र में बढ़ी उपलब्धि हासिल करना चाहते हो उनके लिए ब्रह्ममुहूर्त ही सबसे उत्तम है । नित्यकर्मों से निवृत होकर किसी शुद्ध स्थान पर जाकर आसन लगाकर सुखासन में बैठ जाइये । यदि कोई उपयुक्त और शांत स्थान ना हो तो घर कर किसी कोने में ही आसन लगा लीजिये । पूर्व की ओर मुख रहे तो उत्तम है नहीं तो उत्तर में मुख रखा जा सकता है । शरीर सीधा और तनावरहित होना चाहिए । बिना किसी तनाव के आंखे बंद कर लीजिये ।

अब मन ही मन उगते हुए सूर्य का मानस दर्शन कीजिये । उनसे भावनात्मक तादात्म्य स्थापित कीजिये । भावना कीजिये कि “ सूर्य देवता की सुनहरी किरणे मेरे मनः मस्तिष्क में प्रवेश कर रही है और वहाँ दिव्यता स्थापित हो रही है । प्रकाश रश्मियाँ मेरे मस्तिष्क के तंतुओं को मजबूत और प्रकाशित कर रही है, जिससे मस्तिष्कीय बुद्धि द्रव न्यूरोन्स बढ़ रहे है, जिससे स्मरण शक्ति बढ़ रही है ।” इसी भावना को पुष्ट कीजिये और प्रतिदिन अभ्यास कीजिये । जो भी आप भावना करों उसका मानस दर्शन जरुर कीजिये । केवल शब्द को रटने से कोई लाभ नहीं है । असली लाभ तो मानस दर्शन के साथ की गई भावना का है । यह अभ्यास आप १५ मिनट से आरंभ करके १ घंटे तक कर सकते है । कुछ ही दिनों में स्मरण शक्ति अच्छी हो जाएगी । आपका मन हमेशा शांत रहेगा । आपके सोचने और विचार करने का तरीका बदल जायेगा ।

स्मरण शक्ति बढ़ाने के तरीके हम आपको बता चुके है । इनका अभ्यास कीजिये और यदि आप इसे उपयोगी पाए तो हमें सूचित करना ना भूले । यदि आपका कोई प्रश्न है, कोई समस्या है, जो आप हमारे साथ शेयर चाहते है, नीचे कमेन्ट बॉक्स में लिखिए । यदि यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों तक जरुर शेयर करें ।

2 thoughts on “स्मरण शक्ति कैसे बढ़ाएं | How to Improve Memory Power in Hindi”

  1. ये लेख लिखकर हम तक पहुचाए के लिए बहुत बहुत आभार 🙏🙏 आपका लेख बड़ा हि प्रिय हे इसे पड़ते समय समय का आभास हि नही होता को आलस्य तो दूर दूर तक नहीं भटकता है आपके लेख ने मुझे बहुत प्रेरित किया है मे आपका अभरी रहूंगा ।। धारा सिंह गुराड़िया खुर्द

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *