तत त्वं असि का अर्थ | ऋषि उद्दालक और श्वेतकेतु का संवाद

छान्दोग्योपनिषद् की एक कथा है । बात उस समय की है जब धोम्य ऋषि के शिष्य आरुणी उद्दालक का पुत्र श्वेतकेतु गुरुकुल से शिक्षा प्राप्त करके अपने घर आया । एक दिन पिता आरुणी उद्दालक ने श्वेतकेतु से पूछा – “ श्वेतकेतु ! अभी और वेदाभ्यास करने की इच्छा है या विवाह ?”   पिता […]

तत त्वं असि का अर्थ | ऋषि उद्दालक और श्वेतकेतु का संवाद Read More »